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श्रीसूर्यस्तुति

जयाच्या रथा एकची चक्र पाही ।नसे भूमि आकाश आधार काही ।असे सारथी पांगुळा ज्या रथासी ।नमस्कार त्या सूर्यनारायणासी ॥ १ ॥करी पद्म माथां किरीटी झळाळी । प्रभा कुडलांची शरीरा निराळी ।पहा रश्मि ज्याची त्रिलोकासि कैसी ।नमस्कार त्या सूर्यनारायणासी ॥ २ ॥सहस्त्रद्वये दोनशें आणि दोन ।क्रमी योजनें जो निमिषार्धतेन ।मना कल्पवेनाजयाच्या त्वरेसी ।नमस्कार त्या सूर्यनारायणासी ॥ ३ … Continue reading "श्रीसूर्यस्तुति" ...

माता वैष्णो देवी मंदिर से जुड़े इन रहस्यों के बारे में कितना जानते हैं आप?

वैष्णो देवी मंदिर भारत के सबसे लोकप्रिय और माने जाने वाले धार्मिक मंदिरों में एक है। जम्मू में त्रिकुटा पहाड़ियों में मौजूद वैष्णो देवी के दर्शन करने के लिए यहां हर साल लाखों लोग आते हैं। लेकिन नवरात्रों में लाखों की संख्या करोड़ों में भी बदल जाती है। ऐसा माना जाता है कि माता वैष्णो … Continue reading "माता वैष्णो देवी मंदिर से जुड़े इन रहस्यों के बारे में कितना जानते हैं आप?" ...

काली माता जी की आरती

अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली, तेरे ही गुण गावें भारती, ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती। तेरे भक्त जनो पर माता भीर पड़ी है भारी। दानव दल पर टूट पड़ो माँ करके सिंह सवारी॥ सौ-सौ सिहों से है बलशाली, अष्ट भुजाओं वाली, दुष्टों को तू ही ललकारती। ओ मैया हम … Continue reading "काली माता जी की आरती" ...

शनिदेव के 5 मंत्र

वैदूर्य कांति रमल:, प्रजानां वाणातसी कुसुम वर्ण विभश्च शरत:।अन्यापि वर्ण भुव गच्छति तत्सवर्णाभि सूर्यात्मज: अव्यतीति मुनि प्रवाद:।।भावार्थ:-जब शनि ग्रह वैदुर्यरत्न या बनफूल या अलसी के फूल जैसे शुद्ध रंग से प्रकाशित होता है, तो यह विषयों के लिए शुभ फल देता है, यह अन्य पात्रों को प्रकाश देता है, फिर उच्च वर्णों को समाप्त करता … Continue reading "शनिदेव के 5 मंत्र" ...

श्री हनुमान स्तुति लिरिक्स

हनुमान स्तुति प्रनवउ पवनकुमार खल बल पावक ग्यानधन |जासु ह्रदय आगार बसही राम शर चाप धर || अतुलित बलधामम हेम शैलाभदेहम,दनुज वन कृशानुम ज्ञानिनामग्रगण्याम |सकल गुणनिधामम वानराणामधीशं,रघुपति प्रियभक्तं वातजातम नमामि || गोष्पदीकृतवारीशम मशकीकृतराक्षसम,रामायणं महामालारत्नं वंदेहं निलात्मजम |अंजनानंदनम वीरम जानकीशोकनाशणम,कपीशमक्षहंतारं वंदे लंकाभयंकरम || उल्लंघ्यम सिन्धो: सलिलम सलिलम,यः शोकवाहिनम जनकात्मजाया |आदाय तनैव ददाह लंका,नमामि तम प्रांजलि रान्जनेयं … Continue reading "श्री हनुमान स्तुति लिरिक्स" ...

क्यों भगवान विष्णु को जगत का पालनहार कहा जाता है ?

भगवान विष्णु की साधना क्यों ? सृष्ट्रि की उत्पति का कार्य जहां ब्रह्म द्वारा संचालित होता है, वहा जीवन के पश्चात मृत्यु तक पालन-पोषण का प्रबंध विष्णु देखते है। साधक को यदि पूर्ण शांति, परम वैराग्य और साक्षात् सामीप्य एवं कृपा की आवश्यकता है, तो इसके लिए वैकुण्ठाधिपति विष्णु की साधना आवश्यक मानी गई है। … Continue reading "क्यों भगवान विष्णु को जगत का पालनहार कहा जाता है ?" ...

श्री विष्णु चालीसा

भगवान् विष्णु की कृपा प्राप्ति के लिए विष्णु चालीसा एक महत्वपूर्ण साधन है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान् विष्णु इस श्रृष्टि के पालनहार हैं. वे सदा समस्त प्राणियों पर अपनी कृपा दृष्टि रखतें हैं. वे इस श्रृष्टि के समस्त प्राणियों का पालन-पोषण करतें हैं. श्री विष्णु चालीसा **दोहा** विष्णु सुनिए विनय सेवक की चितलाय *कीरत कुछ … Continue reading "श्री विष्णु चालीसा" ...

भगवान गणेश स्तुति

भगवान गणेश प्रथम पूज्य हैं। बुधवार के दिन भगवान गणेश जी की पूजा का विशेष महत्व है। हर शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है। भगवान गणेश को कई नामों से पुकारा जाता है। गजानन, विघ्नहर्ता, गणपति, लंबोदर के नाम से भी जाने जाते है। भगवान गणेश जी को विघ्नों को … Continue reading "भगवान गणेश स्तुति" ...

सूर्य मंत्र

“ऊँ घृणि सूर्याय नम:।।”भावार्थ : इस मंत्र का जाप आप कभी भी कर सकते हैं। यह सूक्ष्म दिखने वाला मंत्र सौर प्रार्थना मंत्र जितना ही शक्तिशाली है। क्योंकि यह नई बीमारी शरीर में दिखना बंद हो जाती है। इसे सूर्य नाम मंत्र कहते हैं। “ऊँ आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्नो सूर्यः प्रचोदयत।।”भावार्थ :ओम! हे सूर्य … Continue reading "सूर्य मंत्र" ...

श्री विष्णु सहस्रनाम स्तोत्र

श्री विष्णु सहस्रनाम स्तोत्र , एक अद्भुत चमत्कारी  मंत्र है जिसमें भगवान विष्णु के 1000 नामों का उच्चारण एक साथ हुआ है। माना जाता है की विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से मनुष्य को जीवन में अपार सफलता प्राप्त होती है। इसका उल्लेख महाभारत की अनुशासनिका पर्वं में हुआ है। महाभारत के अनुसार भीष्म पितामह ने युधिष्ठिर के … Continue reading "श्री विष्णु सहस्रनाम स्तोत्र" ...
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